निपुण भारत के अनुसार, छात्रों के साहित्यिक कौशल और संख्यात्मक कौशल को बढ़ाने के लिए गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं।
बुनियादी स्तर पर अंग्रेजी पढ़ाने की ध्वन्यात्मक पद्धति अपनाई जाती है। बच्चों को व्यावहारिक गतिविधियाँ दी जाती हैं और उन्हें संख्यात्मक कौशल को बढ़ावा देने के लिए अनुभवात्मक शिक्षा से अवगत कराया जाता है